Html kise kahte hai ?
आज के Post में हम HTML क्या है और HTML की Basic जानकारी के बारे में जानेंगे।
वेब डिजाइनिंग की अवधारणा (Web Designing Concepts)
हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज (HTML) के साथ Web page का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। जो page HTML में बनते है, उन्हें Static web page कहा जाता है, क्योंकि वे हर समय एक से ही होते है।
Static web page को HTML, जावास्क्रिप्ट Java Script, सी.एस.एस. (CSS) एवम् इमेज (images) आदि का उपयोग कर बनाया जाता है।
Html |
Dynamic web page वे web page होते है। जिन पर प्रदर्शित जानकारी समय के अनुसार, क्षेत्र के अनुसार, देश की मूलभाषा एवम् अन्य कारकों के अनुसार परिवर्तित होती रहती है dynamic web page को डिजाईन करने में ए.एस.पी. (ASP), पी.एच.पी. (PHP), पर्ल (Perl), जे.एस.पी. (JSP) जैसी विभिन्न स्क्रिप्टिंग भाषाओ (Scripting language) का प्रयोग किया जाता है।
Link में click करके पढ़े
HTML
HTML का पूरा नाम हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज (Hyper Text Markup Language) है।
Internet के लिए HTML की खोज टीम बर्नर्स ली (Tim Berners-lee) ने की थी। HTML web programming की सबसे आसान व अत्यधिक प्रचलित भाषा है।
इसमें बनाये गए web page में साधारण text शामिल किये जाते है। हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज (Hyper Text Markup Language) HTML का पूर्ण स्वरुप है।
हाइपर (Hyper)
हाइपर शब्द का अर्थ हाइपरलिंक (Hyperlink) से है अर्थात् इंटरनेट पर दस्तावेजों को देखने का कोई निर्धारित क्रम नही होता है। जब हम इंटरनेट पर कार्य कर रहे है और हमें अपनी आवश्यकता वाला कोई दस्तावेज देखना है, तो हम सीधे ही वहां पर तुरंत पहुँच सकते है यह कार्य हाइपर के व्दारा होता है।
टेक्स्ट (Text)
टेक्स्ट बताता है कि हम जिन file पर work कर रहे है। उनमे केवल टेक्स्ट ही लिखा जा सकता है।
मार्कअप (Markup)
मार्कअप शब्द का अर्थ है कि web page बनाने के लिए हम सबसे पहले text type करते है। उसके बाद टेक्स्ट कि मार्किंग करते है। दुसरे शब्दों में हमें HTML coding करते समय यह बताना होता है कि कौन सा टेक्स्ट bold किया जाना है और कहाँ पर कोई image लगानी है आदि।
लैंग्वेज (Language)
लैंग्वेज का अर्थ है कि हम अपना कार्य करने के लिए एक भाषा को उसके प्रारूप के साथ कार्य में ले रहे है।
HTML में text only file एक text editor (जैसे – Notepad) में बनाई जाती है। इन्हें .htm या .html extension के साथ save किया जाता है। जिससे यह web page के रूप में save हो जाती है। जब हम file को एक web browser में देखते है। तब यही हमारे लिए web page होता है।
HTML के program लिखने का कोई अपना editor नही होता है। अतः इन programs को windows के notepad में बनाया जाता है तथा उन्हें क्रियान्वित करने के लिए भी browser program जैसे – Internet Explorer का प्रयोग किया जाता है।
Best introduction
ReplyDelete